मुंबई :रतन टाटा, भारत के सबसे प्रतिष्ठित उद्योगपतियों और परोपकारियों में से एक, नेतृत्व, ईमानदारी और करुणा का प्रतीक रहे हैं। भारत के सबसे बड़े उद्योग समुह के चेयर मेन रहे रतन टाटा जी की तबीयत ख़राब हो गयी है ।उनको मुंबई के एक अस्पताल मे भरती किया गया है।उनकी हालिया स्वास्थ्य अपडेट ने लोगों के बीच चिंता की भावना पैदा की है। रतन टाटा जी को सब लोग भारत रत्न मानते है ।
रतन टाटा जी की स्वास्थ अपडेट जो कुछ दिनोसे चल रही है
रतन टाटा जी के बारे मे गए सोमवार के दिन भी येसीही अफ़वाये फैलाई गयी थी की रतन टाटा जी को अस्पताल मे भारती किया गया है और उनकी तबीयत ख़राब है । सूत्रो के अनुसार जब ये बात बाहर मीडिया मे फैल रही थी तब ख़ुद रतन टाटा जी ने आपने स्वास्थ को लेकर चिंता न करे मे ठीक हु । उन्होने आपने पोस्ट मे लिखा था अब 86 वर्ष होने के कारण कई बार अस्पताल आना पड़ता है । मेडिकल चेक उप करने के लिए हर बार यहा आना जाना होता है तो आप निश्चिंत रहे
Thank you for thinking of me 🤍 pic.twitter.com/MICi6zVH99
— Ratan N. Tata (@RNTata2000) October 7, 2024
शांति प्रिय स्वभाव ,स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता और हमेशा उनको लोगों के दिल मे रहते
रतन टाटा जी हमेशा से ही एक संतुलित जीवनशैली के समर्थक रहे हैं और शांति प्रिय जीवन जीते रहे है । अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने की उनकी चाहत हमेशा रही है ।इस वजह से वे कई लोगों की मदत कर पाये है। टाटा ट्रस्ट्स के माध्यम से वे समाज के लिए कई महत्वपूर्ण कार्यों किये जाते है । जिसमे मुध्यत्व आरोग्य सेवा , स्कूल सेवा , भारत के किसानो के प्रति योगदान देते रहे हैं। उन्होंने अपने स्वास्थ्य को पेशेवर जिम्मेदारियों के साथ कुशलता से संभाला है, जो कई लोगों के लिए प्रेरणा है।
रतन टाटा जी का 86 साल का सफर केवल टाटा समूह को इस मुकाम पर ले आया
जमशेद जी टाटा का ये उद्योग समूह का कारोबार रतन टाटा जी ने 1991 मे अपने हाथ मे लिया था। 21 साल की उम्र से वो इस समूह से जुड़े है । चेअर मन रहे रतन टाटा जी ने जब से अपने हाथ मे इस समूह की डोर ली तबसे इसको एक अलग ऊंचाई पे पोहचाया है । रतन टाटा जी ने अलग अलग उद्योग मे अपना नसीब आज़माया1996 मे जब उन्होने टेलिकॉम सैक्टर मे बोहोत बड़ी सफलता मिली , आपने ऑटो और स्टील के उद्योग मे भी कई बदलाव किये ।
भारत का मिडल क्लास फॅमिली का सपना साकार करने के लिए उन्होने टाटा की कार के अनेक मोडेल बनवाए जो लोगों पसंद भी आहे , जिनमे थी नैनो ,टाटा सफ़री ,टाटा इंडिगो ,टाटा सूमों ये सारी गाड़िया भारतीय बाज़ारो मे लाई थी ।
2004 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज टेलीकॉम मे भी टाटा सन्स ने बड़ा कारोबार किया जिनमे थी टाटा इंटरनेट ,टाटा का सिम कार्ड और फोन भी लाये थे । इसके बाद रतन टाटा जी ने कई सारे छोटे छोटे उद्योग समूह को सपोर्ट किया
टाटा अस्पताल भारत के लोगों के लिये एक वरदान
एक बड़े उद्योग पति होने बावजुध भी वो अपने समाज प्रति और पूरे भारतवासियों के प्रति काम करना नहीं भुले , इसका सबसे बड़ा उदाहरण मतलब टाटा हॉस्पिटल , मुंबई और नवी मुंबई जो टाटा हॉस्पिटल है जहा कर्क रोग का निदान और उपचार किया जाता है । इस अस्पताल मे टाटा ट्रस्ट के जरिये कैंसर पीड़ितों का इलाज किया जाता है।जिन लोगों को कैंसर का इलाज करना है वो पूरे देश से इस जगह आते है अच्छे से अच्छे डॉक्टर इलाज करते है ।
भारत के प्रगती मे टाटा समुह ,रतन टाटा जी का बोहोत बड़ा हात है ?
आज़ भारत के विकास मे जिन जिन उद्योग समुह का हाथ है उनमे से एक बड़ा हाथ टाटा समुह का है ,,ऑटो सैक्टर से लेकर हेल्थ ,और टेलिकॉम सैक्टर तक हर एक सैक्टर मे अपना और पूरे भारत का नाम रोशन किया ।
हम दुआ कराते है की जल्द ही रतन टाटा जी हेल्थ अच्छी हो जाये