दीपावली भाई दूज 2024: शुभ मुहूर्त और महत्व इस त्योहार का
भारत के विभिन्न हिस्सों में भाई दूज के नाम से भी जाना जाता है ये त्योहार , भाई-बहन के पवित्र और अटूट रिश्ते का प्रतीक है। यह त्यौहार खासतौर पर भारत के हर एक क्षेत्र में बड़ी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है। यह भारतीय परंपराओं की सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाता है। आइए जानते हैं भाई भाई दूज 2024 के शुभ मुहूर्त, रस्में, और इसके पीछे छिपे गहरे महत्व के बारे में।
भाई दूज 2024 का शुभ मुहूर्त जो अब दो नवंबर को मनाया जाएगा
भारत मे 2024 में भाई दूज का पर्व कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाएगा, जो दिवाली के दो दिन बाद आता है। इस दिन भाई की लंबी उम्र और समृद्धि के लिए बहनें उनके माथे पर फोटा (तिलक) लगाती हैं। तिलक लगाने के लिए शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व होता है, ताकि सभी रस्में सही तरीके से निभाई जा सकें और भाई का कल्याण सुनिश्चित हो सके।
भाई दूज का शुभ मुहूर्त 2024 का कोनसा रहेगा किस वक्त हमे पुजा करनी है ।
इस साल का भाई दूज का मुहूर्त सुबह से दोपहर तक हो सकता है। यह समय ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार तय होता है और यह शुभ मुहूर्त भाई की रक्षा और समृद्धि के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। सटीक समय जानने के लिए स्थानीय पंचांग की मदद ली जा सकती है।कहा जाता है की पूरा दिन इस काम के लिए शुभ माना जाता है और अगले पाच दिन तक ये त्योहार मनाया जाता है ।
भाई दूज के रस्में
भाई दूज का त्यौहार एक भावनात्मक और आध्यात्मिक उत्सव है, जो परिवार अनेक सदस्य को जोड़ता है। बहनें सुबह से ही तैयारियां शुरू कर देती हैं और पूजा की थाली में चंदन का लेप, अक्षत (चावल), मिठाई और एक दीया रखती हैं। आइए जानते हैं भाई फोटा की रस्मों के बारे में:
- बड़े ही प्यार से भाई का स्वागत: आज के दिन बहन अपने भाई का स्वागत करती है और उनके माथे पर चंदन और सिंदूर का फोटा लगाती है। इस दौरान भाई की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए पूरे मन के साथ प्रार्थना की जाती है।
- आरती और मिठाई खिलाई जाती है : इसके बाद बहन दीया जलाकर भाई की आरती करती है और उसके चारों ओर घुमाती है, जिससे बुरी शक्तियां दूर हों और भाई की रक्षा हो सके। फिर बहन भाई को मिठाई खिलाती है, जो उनके रिश्ते की मिठास का प्रतीक है।
- उपहारों का आदान-प्रदान: रस्मों के बाद भाई अपनी बहन को उपहार देते हैं, जो उनके प्यार और कृतज्ञता को व्यक्त करता है। यह क्षण हंसी-मजाक और यादों से भरा होता है, जिसमें भाई-बहन एक-दूसरे की देखभाल और सुरक्षा का वचन देते हैं।
विभिन्न क्षेत्रों में भाई दूज का महत्व
भाई दूज का पर्व पूरे भारत में अलग-अलग नामों और परंपराओं के साथ मनाया जाता है। बंगाल में भाई फोटा में मंत्रों का उच्चारण और भाई की लंबी उम्र की कामना के लिए प्रार्थना की जाती है। इस अवसर पर परिवार के सदस्य एक साथ बैठकर पारंपरिक व्यंजनों जैसे लुचियों, पायेश, और मिठाइयों का आनंद लेते हैं।
भारत के अन्य हिस्सों में इस पर्व को अलग-अलग नामों से जाना जाता है:
- भाई दूज: उत्तर भारत में इसे भाई दूज के नाम से मनाया जाता है, जिसमें बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाती हैं और आशीर्वाद प्राप्त करती हैं।
- भाऊ बीज: महाराष्ट्र में यह पर्व भाऊ बीज के नाम से मनाया जाता है, जहाँ भाई-बहन उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं और स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लेते हैं।
- यम द्वितीया: दक्षिण भारत में यमराज और उनकी बहन यमी की कथा के महत्व को समझते हुए इसे यम द्वितीया कहा जाता है।
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भाई दूज की पौराणिक कथा
भाई दूज के पीछे कई पौराणिक कथाएँ प्रचलित हैं। इनमें से एक प्रमुख कथा यमराज और उनकी बहन यमी की है। कहा जाता है कि यमराज अपनी बहन यमी से मिलने बहुत दिनों बाद आए थे। यमी ने उनका स्वागत किया, उनके माथे पर तिलक लगाया और उनके लंबे जीवन की कामना की। यमराज ने बहन के स्नेह से प्रसन्न होकर यह आशीर्वाद दिया कि जो भाई अपनी बहन से इस दिन तिलक ग्रहण करेगा, उसकी आयु लंबी होगी। यह कथा भाई फोटा के आध्यात्मिक महत्व को दर्शाती है।
आधुनिक समय में भाई दूज का महत्व क्या है और हम कैसे इसे मानना चाहिए
आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में भाई दूज का त्यौहार परिवार को एकजुट करने और भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है। यह दिन पुराने दिनों की यादें ताज़ा करने, प्यार और आभार व्यक्त करने का समय होता है। जो भाई-बहन दूर रहते हैं, वे वीडियो कॉल के जरिए एक-दूसरे को शुभकामनाएँ देकर इस त्यौहार की खुशी मनाते हैं।और जिन बहनों की शादी हो गयी है उनके लिए आज का दिन और भी दिल के करीब वाला होता है ।
भाई दूज 2024 की तैयारियाँ
इस साल भाई दूज मनाने की योजना बना रहे हैं तो कुछ खास तरीकों से इस दिन को और भी यादगार बना सकते हैं:
- हस्तनिर्मित उपहार और गाना : अपने भाई के लिए कुछ खास बनाएं, जैसे फोटो एलबम या एक पत्र जिसमें आप उनके प्रति अपना प्यार व्यक्त करें।आप कुछ गाना गाके भी उपलोड कर सकते है सोशल मीडिया पे
- पारंपरिक व्यंजन: अपने भाई के पसंदीदा व्यंजन और मिठाइयाँ घर पर बनाएं और उन्हें इस खास दिन का एहसास कराएं।
आपने भारत मे इस भाई बहन के रिश्ते को और मजबूत बनाने का त्यहर है ये ।
भाई दूज भाई-बहन के अनमोल रिश्ते की याद दिलाता है। यह एक ऐसा उत्सव है जो उन यादों को संजोता है, उन कठिनाइयों को दर्शाता है जिन्हें भाई-बहन ने मिलकर पार किया है, और उन वचनों को दोहराता है जो वे हमेशा एक-दूसरे का साथ निभाने के लिए करते हैं। भाई फोटा 2024 आप सभी के जीवन में खुशियाँ, समृद्धि और एक नई ऊर्जा लेकर आए।
सभी भाई-बहनों को भाई फोटा की ढेर सारी शुभकामनाएँ!